90 से 93 तक ऑक्सीजन स्तर होने पर अस्पताल में भर्ती होंगे मरीज
शिमला बिंग हिमाचली न्यूज ब्यूरो :-90 से 93 तक ऑक्सीजन स्तर होने पर अस्पताल में भर्ती होंगे मरीज
बिंग हिमाचली न्यूज ब्यूरो सुरजीत सिंह शिमला |
शिमला। रेमडेसिविर पर नए दिशा-निर्देश 93-90 फीसदी ऑक्सीजन का स्तर तो कराएं भर्ती खिलाफ नहीं लगा भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और एम्स ने मिलकर कोविड उपचार प्रोटोकॉल में संशोधन किया है। इसके तहत जिन रोगियों में ऑक्सीजन का स्तर 94 फीसदी तक है और जो घर में रहकर ही उपचार करा रहे हैं, उन्हें रेमडिविर नहीं दी जा सकती है।
93 से 90 फीसदी के बीच ऑक्सीजन का स्तर आने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है। जो रोगी ऑक्सीजन कृत्रिम तरीके से नहीं ले रहे हैं या घर में हैं, उन पर इस दवा का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार, रोग से बुरी तरह प्रभावित होने और विशेष रूप से रोग की गंभीरता या गहन चिकित्सा केंद्र आईसीयू में भर्ती होने के 24 से 48 घंटे के बीच रोगी को आपात उपयोग या ऑफ लेबल उपयोग के लिए टोसिलीजुमैब दवा दी जा सकती है।
प्रोटोकॉल में टोसिलिजुमैब दवा को लेकर भी सख्त निर्देश जारी किए हैं। टोसिलिजुमैब दवा का इस्तेमाल भी अस्पताल में भर्ती रोगी में होना चाहिए। रोगियों की स्थिति मोडरेट या फिर गंभीर होनी चाहिए। जिन मरीजों में दो से तीन सप्ताह बाद भी कफ शिकायत है, उन्हें टीबी सहित अन्य रोगों को लेकर चिकित्सीय जांच करानी चाहिए।
संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार एंटी इंफ्लामेटरी या इमम्युनोमोड्यूलेटरी उपचार पद्धतियों तथा स्टेरॉइड के साथ यह भी जोखिम जुड़ा रहता है कि जब इन्हें बहुत पहले दे दिया जाए या अधिक खुराक दी जाए अथवा आवश्यकता से अधिक खुराक दी जाए, तो इनसे द्वितीय संक्रमण हो सकता है।
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