हुनर: बचपन में रहा पेंटिंग का शौक अब बन गया रोजगार का जरिया

जिला लाहौल स्पीति :पवन शर्मा अब तक स्कॉटलैंड में पांच तस्वीरें भेज चुके हैं। उन्हें 3500 से 9000 रुपये तक प्रति तस्वीर कीमत मिली है। पवन शर्मा ने कहा कि उनके बचपन की शौक ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है।
बिंग हिमाचली न्यूज

दिल से कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो इंसान बिना गुरु के भी हर कला में अपनी महारथ हासिल कर ही लेता है। जनजातीय क्षेत्र लाहौल में किसान के बेटे ने इसे सच कर दिखाया है। इसकी बनाई गई तस्वीरें देश समेत स्कॉटलैंड तक जा चुकी हैं। बचपन के शौक ने बिना गुरु के ही इस युवा को कला के क्षेत्र में जादूगर बना दिया है। यह आदमी की हूबहू शक्ल कैनवास पर उकेर देता है।

लाहौल घाटी के गोहरमा गांव के युवा पवन शर्मा (अभिमन्यु) की बचपन से ही कला के क्षेत्र में दिलचस्पी रही है। यह केदारनाथ मंदिर, महात्मा बुद्ध, शिव से लेकर गणेश भगवान सहित कई साधु संतों और लाहौल के छत्रपति देवता राजा घेपन की कई आकर्षक तस्वीरें बना चुके हैं। इस युवा को सोलतग और टी-शर्ट पेंटिंग के साथ टेटू बनाने में महारत हासिल है। साल 2012 में युवा ने आर्ट लाइन में कॅरिअर की शुरुआत की। अब विदेशों से भी कुछ चुनिंदा पेंटिंग की डिमांड आने लगी है।

पवन शर्मा अब तक स्कॉटलैंड में पांच तस्वीरें भेज चुके हैं। उन्हें 3500 से 9000 रुपये तक प्रति तस्वीर कीमत मिली है। पवन शर्मा ने कहा कि उनके बचपन की शौक ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। उन्होंने पेंटिंग को ही अपने रोजगार का जरिया बना दिया है। 

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