जिला बिलासपुर के घुमारवीं मे बारिश के बाद: आसमान में दिखाई दिया इंद्रधनुष,

 इंद्रधनुष तो आमतौर पर हम सभी लोगों ने देखा होगा, जो अक्सर हमें बरसात के मौसम में आसमान साफ होने पर दिखाई देता है। दरअसल, बारिश के मौसम आसमान में धनुष के आकार में सात रंगों से बनी आकृति होती है, जिसे इंद्रधनुष कहते हैं। भारतीय हिन्दू संस्कृति में इंद्र को वर्षा का देवता माना जाता है। ऐसे में सूर्य एवं जल के मेल पर, जो धनुष रुपी आकृति बनती हैं, उसे इंद्र के धनुष की संज्ञा दी जाती है। कुछ लोग इसे इंद्र का सप्तरंगी झुला भी कहते हैं, क्योंकि इसमें सात अलग-अलग रंग होते हैं। इंद्रधनुष के सभी रंग बेहद सुहावने और अद्भुत होते हैं। वैसे इंद्रधनुष का बनना एक प्राकृतिक घटना है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये इंद्रधनुष आखिर बारिश के बाद आसमान में क्यों बनते हैं? असल में इसके पीछे एक गहरा रहस्य छुपा हुआ है, जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। यह बेहद ही रोचक और हैरान करने वाली जानकारी है।

घुमारवीं क्षेत्र मे ली गई इंद्रधनुष की फोटो

अगर आपको विज्ञान की थोड़ी सी भी जानकारी हो तो आपको पता होगा कि सूर्य के प्रकाश में सात प्रकार के रंग मौजूद होते हैं - बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी और लाल, जिसे संक्षेप में 'बैनीआहपीनाला' भी कहते हैं। इन रंगों का पता प्रिज्म के जरिए चलता है। इंद्रधनुष असल में प्रकृति का प्रिज्म है। दरअसल, पानी की छोटी-छोटी बूंदें पारदर्शी प्रिज्म का काम करती हैं। जब सूर्य का प्रकाश उनसे होकर गुजरता है तो वो सात अलग-अलग रंगों में टूट जाता है। इसी वजह से हमें इंद्रधनुष दिखाई पड़ते हैं।

इंद्रधनुष में लाल रंग का प्रकाश सबसे ऊपर दिखाई पड़ता है जबकि बैंगनी रंग का प्रकाश सबसे नीचे। माना जाता है कि बारिश की बूंदों के बीच अगर धूप भी निकला हो तो सूर्य की तरफ मुंह करके देखने पर इंद्रधनुष जरूर दिखाई पड़ता है। हालांकि हमेशा ऐसा नहीं होता है।

आपने शायद ध्यान ना दिया हो, लेकिन कभी-कभी आसमान में एक नहीं बल्कि दो-दो इंद्रधनुष दिखाई पड़ते हैं। दरअसल, एक ही जगह मौजूद बारिश की बूंदों के बार-बार धूप के संपर्क में आने पर ही दो इंद्रधनुष दिखाई देखने को मिलते हैं।

इंद्रधनुष से निकली रंगीन रोशनी जैसे ही सफेद में बदलती है, वैसे ही उसका संपर्क बारिश की दूसरी बूंदों से हो जाता है और प्रकाश फिर से अलग-अलग रंगों में बिखर जाता है, लेकिन यह क्रम उल्टा होता है। यानी एक इंद्रधनुष सीधा दिखता है और एक उल्टा।

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