लाहौल: शिंकुला में सुरंग बनाने की कवायद तेज, चीफ इंजीनियर ने किया दौरा
बिंग हिमाचली न्यूज ब्यूरो लाहौल स्पीति Updated Mon, 31 Jan 2022 05:56 PM IST
सीमा सड़क संगठन की योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद ने सोमवार को अन्य अधिकारियों के साथ लाहौल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि लाहौल के लोगों को जल्द ही जंस्कर के लिए शिंकुला दर्रे में सुरंग की सौगात मिलने वाली है। यह सुरंग सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगी। बताया कि लेह मार्ग पर सभी टनलों का निर्माण योजक
सीमा सड़क संगठन की योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद ने सोमवार को अन्य अधिकारियों के साथ लाहौल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि लाहौल के लोगों को जल्द ही जंस्कर के लिए शिंकुला दर्रे में सुरंग की सौगात मिलने वाली है। यह सुरंग सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगी। बताया कि लेह मार्ग पर सभी टनलों का निर्माण योजक परियोजना ही करेंगी।
अटल टनल के बाद अब शिंकुला दर्रे पर चार से पांच किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने की कवायद तेज हो गई है। इसे लेकर सीमा सड़क संगठन की योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद ने सोमवार को अन्य अधिकारियों के साथ लाहौल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि लाहौल के लोगों को जल्द ही जंस्कर के लिए शिंकुला दर्रे में सुरंग की सौगात मिलने वाली है। यह सुरंग सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगी। बताया कि लेह मार्ग पर सभी टनलों का निर्माण योजक परियोजना ही करेंगी। जितेंद्र प्रसाद ने इस परियोजना के पहले चीफ इंजीनियर के रूप में कार्यभार संभाला है। कार्यभार संभालने के बाद घाटी का यह उनका पहला दौरा है। सोमवार को चीफ इंजीनियर के दालंग पहुंचने पर संजय कटोच की अगुवाई में मूलिंग पंचायत का प्रतिनिधिमंडल भी मिला।
ग्रामीणों ने चंद्रानदी के वाम तट पर गोशाल पुल से यंगला पुल तक वैकल्पिक सड़क निर्माण की मांग रखी। तांदी पुल से दालंग तक पांच किलोमीटर की सड़क हिमस्खलन के लिहाज से खतरनाक है और सर्दियों में अधिकतर समय अवरुद्ध ही रहती है। चीफ इंजीनियर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी इस मांग को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। बीआरओ की इस टीम के साथ लाहौल-स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर भी उपस्थित रहे। इस प्रतिनिधिमंडल में संजय कटोच, बाल कृष्ण, महेंद्र, दीपक, अभिमन्यु, राजेश, राजीव, लाल चंद आदि शामिल रहे।
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